
पूर्णिया: सोमवार को जनसुराज पार्टी ने पूर्णिया के पूर्व सांसद उदय सिंह उर्फ पप्पू सिंह को राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाए जाने के बाद से सीमांचल व कोसी के सियासी गलियारों में हलचल तेज हो गया है.राजनीति के पंडितों की मानें तो कमोवेश पूर्वोत्तर बिहार के कई विधान सभा सीटों पर चुनावी समीकरण पर असर पड़ने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है.आइए जानते हैं कौन है उदय सिंह उर्फ पप्पू सिंह? आखिर पप्पू सिंह का जनसुराज का मुखिया बनाए जाने पर क्यों मच रही है सियासी खलबली?
कौन है पप्पू सिंह
पप्पू सिंह के परिवार की राजनीति और नौकरशाही में गहरी बैठ रही है. श्री सिंह श्री सिंह 2004और 2009 में भाजपा के टिकट पर जीत दर्ज कर दो बार सांसद बने.लेकिन 2014 के लोकसभा चुनाव में मोदी लहर के बावजूद चुनाव हार गये.2019 के चुनाव से पहले बीजेपी को छोड़ कर कांग्रेस का दामन थाम लिया.कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ें लेकिन हार का सामना करना पड़ा.
पारिवारिक पृष्ठभूमि
पप्पू सिंह के पिता टीपी सिंह अफसर शाह रह चुके हैं. मां माधुरी सिंह पूर्णिया से दो बार कांग्रेस के टिकट पर दो बार सांसद रह चुकी है. पप्पू सिंह दो भाई और चार बहने से है. बड़े भाई एन के सिंह रिटायर्ड आईएएस और जदयू के राज्यसभा सांसद रह चुके हैं. वर्ष 2017 में केंद्र सरकार में क सिंह को 15वें वित्त आयोग का अध्यक्ष बनाया था. उदय कुमार सिंह उर्फ पप्पू सिंह की एक बहन श्याम सिंह बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री सत्येंद्र नारायण सिंह की बहू है. श्यामा के पति निखिल कुमार आईपीएस रह चुके हैं. वह औरंगाबाद से सांसद भी रहे. उनके पिता भी इसी सीट पर 7 बार सांसद चुने गए. पप्पू की दो बहन राधा सिंह और कृष्णा सिंह भी आईएएस अधिकारी रही है.राजनीति हो या अफसरशाही दोनों में ही पप्पू सिंह के परिवार का दबदबा रहा है.
