
Purnea schoolnews : सामाजिक आर्थिक व भौगोलिक पिछड़ेपन का दंश झेल रहे पूर्णिया जिले का बायसी प्रखंड के सरकारी स्कूलों में शिक्षा शिक्षा विभागका कोई जोर नहीं चलता है . यहां के शिक्षक मनमाने तरिकेसे स्कूलों का संचालन करते है . यह कहना कोई अतिशयोक्ति नहीं हो कि इसप प्रखंडमे केकेपाठक का सभी फरमान बेअसर साबित हो रहा है . स्थानीय शिक्षा प्रशासन भी घृतराष्ट्र बन कर उनके तमाम आदेशों व मंसूबों पर पलिता लगा रहे हैं .
इन पंचायतों में अंधेर गर्दी
प्रखंड के बनगामा खुलिया . ताराबाड़ी पुराजागंज वंचायतों . में विद्यालय का न तो खुलने बंद होने का समय निर्धारित है और नहीं शिक्षकों का आने जाने का . नतीजतन इन इलाकों के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले हजारों छात्र छात्राओं के भविष्य पर प्रश्नचिंह लग रहा है . इसके बावजू यहां के शिक्षा विभाग कुंभकर्णी निंद्रामें सोई हुई है .
नहीं होती है नियमित जांच
ग्रामीणोंके अनुसार भौगोलिक दृष्टि से कमजोर ताराबाड़ी बनगामा व खुटिया पंचायतो में नियमित जांच के लिए स्थानीय बीआर सी से कोई अधिकारी वहाँ के स्कूलों में नियमित जांच के लिए नहीं पहुंचते हैं . जांच के नाम पर विद्यासय के प्रधानों को बी आरसी बुलाकर महज खानापूर्ति कर ली जाती है . जानकारोँकी माने तो बी आरसी में इनकामाँ केलिए लेन देनका खेल घड़ल्ले से चलता है .
कहते हैं अधिकारी
इस बाबत लगभग एक सप्ताह से बायसी के सीईओ से बात करने की कोशिश की गयी.अंत में जिला शिक्षा पदाधिकारी शिवनाथ रजक ने बताया कि उनकी तबियत खराब है.डीईओ श्री रजक ने बताया की कि इस मामले की जांच की जायेगी.
