
मोतिहारीः शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक शुक्रवार की शाम मोतिहारी पहुंचे.केके पाठक पूर्वी चंपारण जिला में प्रवेश करने के साथ हीं सुगौली प्रखंड के उत्क्रमित प्लस टू विद्यालय सुगांव में गए.जहां विद्यालय के पुराने भवनों को तोड़ने का निर्देश दिया. इस विद्यालय में दक्ष प्रोग्राम के तहत शिक्षक और छात्र मौजूद थे.उसके बाद वे छेंगराहा मध्य विद्यालय पहुंचे. जहां चार बजकर पंद्रह मिनट पर स्कूल से बच्चों को छोड़ दिया गया था.जबकि शिक्षक उपस्थित थे. यहां भी विद्यालय के भवन को तोड़कर नए भवन बनाने का निर्देश दिया.
उसके बाद केके पाठक मोतिहारी के छतौनी स्थित डायट पहुंचे. जहां उनका डायट के प्रिंसिपल समेत तमाम शिक्षकों ने उनका जोरदार स्वागत किया.डायट में चल रही कक्षाओं का भी उन्होंने निरीक्षण किया.डायट पहुंचे केके पाठक ने प्रिंसिपल से डीएलएड में नामांकित छात्रों की उपस्थिति के बारे में जानकारी ली. साथ हीं केके पाठक ने डीएलएड के छात्रों को संबोधित किया.
डीएलएड के छात्रों को संबोधित करते हुए अपर मुख्य सचिव केके पाठक ने अनुशासन का पाठ पढ़ाया.उन्होंने कहा कि मुझे प्राचार्य महोदय ने बताया कि आज पूरे आए हैं.मैंने इनसे पूछा कि मैं नहीं आता. तब कितने आते थे. तब उन्होंने बताया कि नब्बे प्रतिशत उपस्थिति रहती है.मेरा ये कहना है कि नब्बे प्रतिशत हाजिरी तो ठीक है लेकिन कौन है वे दस प्रतिशत, जो नहीं आते हैं।उनको भी आना है.आप शिक्षक बनने जा रहे हैं. जब आप हीं क्लास नहीं आयेंगे.तब आप बच्चों को किस मुंह से कहेंगे कि तुम क्लास आओ.तब तो बच्चा पलट कर कहेगा कि मास्टर साहब आप तो क्लास कभी गए नहीं और मुझे क्लास आने के लिए कहते हैं.आप लोग जो डीएलएड के छात्र हैं.उनकी हाजिरी निन्यानवे प्रतिशत होनी चाहिए.आपलोगों की उपस्थिति देखकर मुझे खुशी हो रही है.अब शिक्षकों की बहाली हर साल होगी. हर साल डिग्री लेंगे तो उन्हें नौकरी मिलेगी हीं.डिग्री मेहनत से और क्लास करके लेनी है. घर बैठकर नहीं लेनी है. शिक्षक बनिएगा तो गांवों में जाकर रहना होगा.अगर आप गांव में नहीं रह सकते हैं तो हमारे यहां आवेदन करने की जरुरत नहीं है.
अपर मुख्य सचिव केके पाठक के डायट पहुंचने पर छात्राओं ने उनपर पुष्प वर्षा की.साथ हीं तिलक लगाकर उनका स्वागत किया. डायट के प्राचार्य ने केके पाठक को चंपा का पौधा और शॉल से सम्मानित किया. डायट में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे शिक्षकों से उनके समस्याओं के बारे में पूछा. लेकिन किसी शिक्षक ने कोई समस्या नहीं बतायी.डीएलएड के छात्र और प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे शिक्षकों में केके पाठक के साथ सेल्फी लेने की होड़ लगी हुई थी. तस्वीर लेने वालों के कारण केके पाठक को गाड़ी तक पहुंचने में थोड़ी कठिनाई भी हुई.
