हाइलाइट्स
एम्बुलेंस कर्मचारी आंदोलन पर उतरे
संविदा के तहत स्थाईकरण की कर रहे मांग
अनिश्चितकाल तक के लिए आंदोलन का किया ऐलान
जयपुर. राजधानी जयपुर में प्रदेश के एम्बुलेंस कर्मचारी खुद को संविदा रूल्स में शामिल किए जाने की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे हैं. एम्बुलेंस सेवा 108 और 104 के कर्मचारियों ने बड़ी संख्या में जयपुर में जुटकर सरकार से संविदा नियमों में एम्बुलेंस कर्मियों को शामिल किए जाने की मांग की. राजस्थान के एम्बुलेंस कर्मी पिछले 10 बरसों से ठेका प्रथा बंद करने की लगातार मांग कर रहे हैं. एम्बुलेंस कर्मियों के प्रदेश अध्यक्ष सूजाराम सारण का कहना है कि हमारी सरकार से एक ही मांग है कि एम्बुलेंस कर्मियों को संविदा नियमों में शामिल किया जाए.
सारण ने कहा कि हम नहीं चाहते हैं कि किसी मरीज को परेशानी हो लेकिन सरकार हमें आंदोलन के लिए मजबूर कर रही है. बता दें की प्रदेश में 6200 एम्बुलेंसकर्मी हैं. 108 और 104 की 900 एम्बुलेंस रविवार से सड़कों पर दिखना बंद हो गई हैं. एम्बुलेंस कर्मियों के हड़ताल पर जाने से मरीजों एवं सड़क दुर्घटना में घायल लोगों को अस्पताल तक पहुंचाने के लिए बड़ी समस्या पैदा हो सकती है. एम्बुलेंस कर्मियों का कहना है कि इसकी संपूर्ण जिम्मेदारी सरकार की होगी.
सरकार से कर रहे स्थाईकरण की मांग
एम्बुलेंस कर्मचारी संघ के बैनर तले चल रहे इस आंदोलन की मुख्य मांग ठेका प्रथा को समाप्त कर एम्बुलेंस कर्मचारियों को संविदा कर्मचारी मानकर स्थाईकरण करने की है. आंदोलन कर रहे कर्मचारियों का कहना है कि संविदा पर काम कर रहे कर्मचारियों को स्थाईकरण का लाभ मिलता है लेकिन एम्बुलेंसकर्मी आज भी कम वेतन में काम करने के लिए मजबूर हैं. सरकार हमें जल्द से जल्द संविदा रूल्स 2022 में शामिल करने की हमारी मांग को स्वीकार करे.
2 साल पहले स्वास्थ्य विभाग के साथ वार्ता रही थी विफल
राजस्थान एम्बुलेंस कर्मचारी यूनियन द्वारा 2 साल पहले किए गए आंदोलन में स्वास्थ्य विभाग के साथ वार्ता विफल हो गई थी. उसके बाद कर्मचारियों ने आंदोलन का ऐलान किया था. एम्बुलेंस कर्मचारियों की मांग थी कि 20 प्रतिशत वेतन बढ़ोतरी के साथ 8 घंटे का कार्य समय तय किया जाए. स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ हुई बैठक में 20 प्रतिशत वेतन बढ़ोतरी पर तो सहमति बन गई थी लेकिन 8 घंटे कार्य समय पर वार्ता विफल रही थी.
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Tags: 108 ambulance, Jaipur news, Rajasthan news, Strike
FIRST PUBLISHED : September 03, 2023, 20:01 IST
Author: sanvaadsarthi
संपादक