पूर्णिया: शराबबंदी वाले बिहार में लोग छक कर शराब का लूफ्त उठा रहे हैं और अपनी जान भी गंवा रहे हैं.ताजा मामला पूर्णिया जिले के कसबा क्षेत्र का है.जहां बुधवार को एक व्यक्ति शराब के नशे में अपने साथियों के साथ नदी में नहाने गया और नहाने के क्रम में नदी के तेज बहाव में बह गया. नदी के तेज बहाव में बहने का एक वीडियो भी वायरल हो रहा है.हालांकि संवाद सारथी वायरल वीडियो की पुष्टि नहीं करता है.घटना की सूचना पर प्रशासन के साथ साथ एसडीआरएफ की टीम मौके पर आई.बुधवार दोपहर से शव की तलाश जारी है, लेकिन खबर लिखे जाने तक शव नहीं मिल पायी है.
कसबा नगर परिषद के बुच्चड़ टोल,वार्ड संख्या निवासी मोहम्मद शमशाद पेशे से बुच्चड़ है. 2 अक्टूबर को गांधी जयंती होने के कारण गुदड़ी बाजार स्थित उसका दूकान बंद था.स्थानीय लोगों ने बताया कि मुहल्ले के चार पांच साथियों के साथ जमकर शराब पी.शराब के नशे में आने के बाद सभी पास ही के धार में स्नान का प्लान बनाया.और सभी स्नान के लिए धार में नहाने गया.नहाने के क्रम में उसके सभी साथी इस पार से उस पार तैर कर चले गये.लेकिन शमशाद तैरने के क्रम में धार के तेज बहाव में बह गया.
घटना से मचा कोहराम
घटना की सूचना से परिवार सहित आसपास में कोहराम मच गया.घटना की सूचना कसबा थाना सहित स्थानीय प्रशासन को दी गयी.प्रशासन के पहले पर एसडीआरएफ की टीम सहित गोताखोरों के द्वारा शव की खोजबीन जारी है.लेकिन अब तक शव नहीं मिल पाया है.
कहते हैं स्थानीय लोग
स्थानीय लोगों का कहना है कि शमशाद व उसके साथियों ने खुब शराब पी रखी थी.साथ गये मो सद्दाम ने बताया कि मेरे मना करने के बावजूद शमशाद ने तैरने के ख्याल से पानी में छलांग लगा दिया और देखते ही देखते पानी के तेज बहाव में आकर डूबने लगे.
आखिर यह कैसी शराबबंदी?
स्थानीय लोगों की मानें तो शमशाद बड़ा ही मिलनसार व्यक्ति था.उसके मटन का ग्राहक आम से लेकर खास था.लोगों ने बताया कि यदि शमशाद शराब नहीं पीता तो यह हादसा नहीं होता.अब ऐसे में सवाल उठता है कि शराबबंदी के बावजूद शराब आता कहां से है.क्या उत्पाद विभाग व प्रशासन शराब के अवैध धंधे पर जान बूझकर अंजान बनने का नाटक कर रहे हैं.