Bihar Lok sabha election: थमा प्रचार का शोर,डोर टू डोर प्रचार के लिए दिग्गजों ने झोंकी ताकत

Bihar Lok sabh election: बिहार की पांच लोकसभा सीटों पर आज बुधवार (24 अप्रैल) शाम पांच बजे से चुनाव प्रचार थम गया.दूसरे चरण के तहत पांच सीट पूर्णिया,किशनगंज, कटिहार, भागलपुर और बांका में 26 अप्रैल को मतदान होना है. इसके लिए आज शाम पांच बजे से चुनाव प्रचार थम गया. 24 अप्रैल को चुनाव प्रचार थमने से पहले दिग्गजों ने भी अपने-अपने गठबंधन के प्रत्याशियों के प्रचार में ताकत झोंक दी है.शांतिपूर्ण मतदान कराने के लिए चुनाव आयोग की ओर से पूरी तैयारी कर ली गई है. सभी पांच लोकसभा क्षेत्र में 50 प्रत्याशी मैदान में हैं. इनमें से तीन महिलाएं जबकि 47 पुरुष प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं.
16 प्रत्याशी निर्दलीय हैं. पांच प्रत्याशी जेडीयू से हैं जबकि कांग्रेस से तीन और आरजेडी से दो प्रत्याशी हैं. बहुजन समाज पार्टी से चार प्रत्याशी मैदान में हैं. 20 ऐसे प्रत्याशी हैं जो छोटे दल से नाता रखते हैं. दूसरे चरण में एनडीए की ओर से सभी पांच सीटों पर जेडीयू के प्रत्याशी मैदान में हैं. इंडिया गठबंधन से कटिहार, किशनगंज और भागलपुर में कांग्रेस के प्रत्याशी चुनाव मैदान में है. पूर्णिया और बांका लोकसभा क्षेत्र से आरजेडी के प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं. मुख्य रूप से इंडिया गठबंधन और एनडीए में सीधी टक्कर मानी जा रही है. हालांकि पूर्णिया में पप्पू यादव को लेकर त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिल सकता है.
यहां त्रिकोणीय संघर्ष के आसार
आखिरी दिन जनसभा एवं रोड शो के अलावा नुक्कड़ कार्यक्रम की व्यापक तैयारी है. इस बीच दो लोकसभा क्षेत्र, किशनगंज एवं पूर्णिया में त्रिकोणीय लड़ाई की स्थिति दिख रही है. पूर्णिया में निर्दलीय पप्पू यादव एवं किशनगंज में एआइएमआइएम के अख्तरुल ईमान की उपस्थिति से इसकी स्थिति बनी हुई है.
कहां किसके बीच मुकाबला
पूर्णिया में जदयू प्रत्याशी एवं वर्तमान सांसद संतोष कुशवाहा की राजद उम्मीदवार बीमा भारती एवं निर्दलीय प्रत्याशी पप्पू यादव से मुकाबला है.वहीं, किशनगंज में कांग्रेस के वर्तमान सांसद डा. जावेद की जदयू के शाहनवाज आलम के साथ ही एआइएमआइएम के अख्तरुल ईमान से त्रिकोणीय लड़ाई दिख रही है. शेष तीन संसदीय क्षेत्र में राजग एवं आइएनडीआइए के बीच आमने-सामने की लड़ाई है. इस बीच राजनीतिक दलों के सामने मतदान प्रतिशत का आंकड़ा बरकरार रखना चुनौती बनी है. कारण तीखी धूप की मार है. मौसम के तेवर को देखते हुए मतदाताओं को प्रोत्साहित करना बड़ी चुनौती है.

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Author: sanvaadsarthi

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