
अररिया: जिले में वर्षों से पदस्थापित सिपाही विकास कुमार को पूर्णिया डीआईजी विकास कुमार ने निलंबित कर दिया है. सिपाही संख्या 418 विकास कुमार जिला पुलिस कार्यालय में क्राइम रीडर के रूप में कार्य कर रहे थे. डीआईजी, आईजी समेत पुलिस मुख्यालय ने इसका तबादला पूर्व में कर चुके थे. बावजूद इसके जिला में एसपी के रहमोकरम पर बने थे. कई तबादलों के आदेश का कोई असर नहीं हो रहा था. अंततः पूर्णिया के डीआईजी विकास कुमार ने इसका निलंबन आदेश निकाल दिया, जिसकी पुष्टि पूर्णिया डीआईजी विकास कुमार ने भी की.
डीआईजी के निलंबन के बाद आनन-फानन में एसपी अशोक कुमार सिंह जाते जाते इनको विरमित कर दिया है. एसपी अशोक कुमार सिंह का तबादला सासाराम बीएमपी महिला समादेष्टा में तबादला हुआ है. जबकि अररिया में नए एसपी के रूप में 2018 बैच के आईपीएस अमित रंजन ने ज्वाइन किया है.
पुलिस मुख्यालय समेत आईजी और डीआईजी के आदेश को धत्ता बताकर वर्षों से अररिया में सिपाही विकास कुमार जमे थे. सिपाही विकास कुमार एसपी का रीडर बनकर वर्षों से अररिया जिला पुलिस कार्यालय में क्राइम रीडर के रूप में कार्य कर रहे थे. जिनकी लगातार शिकायतें वरीय अधिकारियों को की गई.स्वयं अररिया सांसद प्रदीप कुमार सिंह ने डीजीपी आर.एस. भट्टी से मिलकर सिपाही के इशारे पर एसपी के कार्य करने की शिकायत की थी.
इसके बाद एमपी ने तत्कालीन पूर्णिया के आईजी सुरेश चौधरी और वर्तमान डीआईजी विकास कुमार से भी शिकायत की और बताया था कि भागलपुर के रहने वाले सिपाही संख्या 418 विकास कुमार वर्षों से अररिया जिला में पदस्थापित हैं और सिपाही होकर एसपी का क्राइम रीडर बनकर वसूली के धंधे में लगे रहते हैं. इस पर पूर्णिया प्रक्षेत्र के उप महानिरीक्षक विकास कुमार ने संज्ञान लेते हुए उसे निलंबित कर दिया.
