Health news: 20 सितंबर से शुरु होगी फाइलेरिया के खिलाफ जंग, स्वास्थ्य विभाग ने कसी कमर

पूर्णिया: फाइलेरिया यानि हाथी पांव बीमारी संक्रमित मच्छर के काटने से किसी भी आयु वर्ग के लोगोंमें हो सकती है . यह संक्रमण लिम्फैटिक सिस्टम को नुकसान पहुंचता है . अगर इससे बचाव ना किया जाए तो इससे शारीरिक अंगों में असामान्य सूजन होती है . इससे ग्रसित लोगों को अक्सर सामाजिक बोझ बनाना पड़ता है.उनकी आजीविका व काम करने की क्षमता भी प्रभावित होती है. इस बीमारी से बचाव के लिए 20 सितंबर से 6 अक्टुबर तक विशेष अभियान चलाकर दवा खिलाई जाएगी.जिसमें 42 लाख 64 हजार 480 लोगों को दवा खिलाने का लक्ष्य रखा गया है.
साल में सिर्फ एक बार
पूर्णिया के सिविल सर्जन डॉक्टर अभय प्रकाश चौधरी ने बताया कि फाइलेरिया के कारण हाइड्रोसील (अंडकोष की थैली में सूजन) लिम्फेडेमा (अंगों की सूजन) व काईलुरिया ( दूधिया सफेद पेशाब ) की दिक्कत होती है. फाइलेरिया रोधी दवा का निर्धारित खुराक से बचाव किया जा सकता है. लोगों को तीन दवाओं से डीईसी एल्बेंडाजोल और आईवरमैक्टिन दवा 20 सितंबर से खिलाई जाएगी.इन दवाओं को खाली पेट नहीं खाना है.
इन्हें नहीं खानी है दवाएं
सिविल सर्जन डॉ अभय प्रकाश ने बताया कि 20 सितंबर से शुरू कार्यक्रम में 2 वर्ष से कम उम्र के बच्चों, गर्भवती महिलाओं और अति गंभीर रूप से बीमार व्यक्तियों को यह दवा दवाई नहीं खिलाई जाएगी. साथ ही संक्रमित व्यक्तियों की देखभाल एवं हाइड्रोसील के मरीजों का समुचित इलाज दिया जा रहा है.
उल्टी, चक्कर, जी मिचलाना शरीर में परजीवी होने का संकेत
सामान्य रोगों से ग्रसित व्यक्तियों को यह दवा खानी चाहिए. सामान्य लोगों को इन दवाओं के खाने से किसी प्रकार के दुष्प्रभाव नहीं होते हैं. अगर किसी को दवा खाने के बाद उल्टी,चक्कर,खुजली या जी मचलने जैसे लक्षण होते हैं तो यह इस बात का प्रतीक है कि उसे व्यक्ति के शरीर में फाइलेरिया के परजीवी मौजूद है.जो की दवा खाने के बाद परजीवियों के मरने के कारण समस्या उत्पन्न होते हैं.
टीम की रहेगी तैनाती
कार्यक्रम के दौरान किसी लाभार्थी को दवा सेवन के पश्चात किसी प्रकार की कोई कठिनाई होती है तो उससे निपटने के लिए हर ब्लॉक में रैपिड रिस्पांस टीम तैनात रहेगी यदि समुदाय के सभी लोग 5 साल तक लगातार साल में एक में केवल एक बार फाइलेरिया रोधी दावों का सेवन करें तो इस बीमारी का उन्मूलन संभव है.इस मौके पर सिविल सर्जन ने कहा कि मीडिया की भूमिका सरकार द्वारा चलाए जा रहे समस्त कार्यक्रम के सफल क्रियान्वयन के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है.
अभियान में 43 लाख लोगों दवा खिलाने का लक्ष्य
फाइलेरिया उन्मूलन अभियान के तहत पूरे पूर्णिया जिले में 42 लाख, 64 हजार, 480 लोगों को दवा खिलाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है.जिसमें 1460 गांवों के लिए कुल 1811 टीम का गठन किया गया है। कार्यक्रम को सुचारू रुप से चलाने के लिए 178 सुपरवाइजर व 1541 बूथ बनाये गये हैं.फाईलेरिया उन्मूलन अभियान के मद्देनज़र आयोजित मीडिया कार्यशाला में स्वास्थय विभाग के कई अधिकारी मौजूद थे.

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Author: sanvaadsarthi

संपादक

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