अभिनव कुमार/दरभंगा. एक वक्त था जब इस मिथिला पेंटिंग को और इनके कलाकारों को ज्यादा लोग नहीं जानते थे. एक बेहतर प्लेटफार्म नहीं मिल पा रहा था लेकिन आज के दौर में मिथिला पेंटिंग और यहां के स्थानीय मिथिला पेंटिंग के कलाकारों ने विश्व पटल पर इस पेंटिंग को स्थापित कर दिया है. अब तो यह कई देसी मेहमान जो विदेश में रहते हैं उनके घरों की शोभा बढ़ा रहा है. इसी में एक नाम है श्रीलंका में रह रहे भारतीय राजदूत की पत्नी पारुल पांडे. उन्होंने इस पेंटिग को वहां के राष्ट्रपति को भी गिफ्ट किया है.
दरभंगा की कल्पना चौधरी बताती है कि मिथिला पेंटिंग के क्षेत्र में बीते 20 वर्षों से वह काम कर रही है. उनका सबसे बड़ा कस्टमर श्रीलंका में रह रहे भारतीय राजदूत की पत्नी पारुल पांडे है. कल्पना चौधरी बताती है कि बहुत खुशी होती है जब अपने हाथों से बनाई चीज देश ही नहीं विदेशों में भी जा रही है. उन्होंने कहा कि अब मिथिला पेंटिग किसी पहचान की मोहताज नहीं है.आज श्रीलंका में इसको अलग पहचना मिल रही है. मिथिलांचल में मिथिला पेंटिंग सदियों पुरानी परंपरागत आर्ट है. यहां की मिथिला पेंटिंग औरों पेंटिंग से बिल्कुल अलग और भिन्न है. उन्होंने कहा कि मेरे फेसबुक पेज 2.6 k से ज्यादा सब्सक्राइबर है.
फेसबुक पेज से करती है ऑनलाइन बिजनेस
कल्पना चौधरी बहुत सारे आइटम पर मिथिला पेंटिंग करती है. फेसबुक पर इनका मिथिला पेंटिंग के लिए पेज बना हुआ है. कल्पना मिथिला आर्ट के पेज पर जहां से श्रीलंका में रह रहे भारतीय राजदूत की पत्नी पारुल पांडे से संपर्क कल्पना चौधरी से हुई. इनकी पेंटिंग पारुल पांडे ने श्रीलंका के राष्ट्रपति को गिफ्ट किया है. अक्सर इनक पेंटिंग वॉल या करती है. वहां पर रह रहे अपने दोस्तों को गिफ्ट में दिया करती हैं.
जानिए क्या है रेट
कल्पना आगे बताती है कि जुट से बने झोले पर मिथिला पेंटिंग करके मार्केट में ₹500 प्रति पीस बिक जाता है. वही बोतल बैग की कीमत₹250, सूट पर मिथिला पेंटिंग करके ₹2500 कीमत पड़ती है. वहीं कपड़ा पर डिपेंड करता है इसका रेट कितना आगे पीछे जाएगा. वही साड़ी सिल्क वाली हो और उसे पर मिथिला पेंटिंग किया जाता है उसके बाद 8 से 10 हजार इसका भी रेट होता है.
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FIRST PUBLISHED : September 03, 2023, 20:03 IST
Author: sanvaadsarthi
संपादक